अपने ED का नाम तो बहुत सुना होगा देश में इसकी अक्सर चर्चाएं होती रहती है ,चाहे वह आया से अधिक संपत्ति का मामला हो या मनी लॉन्ड्रिंग का जब भी जांच होती है, तब आपको ED का नाम सुनने को मिलता होगा सुनने को मिलता होगा | ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती है, ED के बारे में एग्जाम में सवाल पूछे जाते हैं।
Ed एक ऐसी एजेंसी है | जो हमारे देश के काला धन की जांच करती है | और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करती है | इसके अलावा ED की बहुत सारे काम होते हैं | ED क्या होता है , ED कैसे काम करता है ,ED की स्थापना कब हुई |
1. Ed क्या है ?
2. Ed का स्थापना कब हुआ ?
3. Ed के अधिकार क्या-क्या होते हैं ?
4. Ed क्या काम करता है |
5. भारत में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए एड का क्या योगदान रहता है ?
6.Ed केसे काम करता है ?
7. Ed का उद्देश्य क्या होता है ?
1. Ed क्या है ?
ED एक जांच एजेंसी है , जो प्रमुख रूप से भारत सरकार के फाइनेंस मिनिस्ट्री की रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधीन काम करते हैं ,ये एक ऐसे महत्वपूर्ण एजेंसी है ,जो भारत में विदेशी संपत्ति के मामले मनी लॉन्ड्रिंग आया से अधिक संपत्ति की जांच और पूछताछ करने का काम करती है |
Ed केंद्र सरकार के अधीन संस्था है | जिसके द्वारा देश में भ्रष्टाचार को मिटाने पर कार्य करता है | ED के बारे में संविधान में कहीं भी डिस्क्राइब नहीं किया गया है | ये भारत सरकार के FERA और PHEMA कानून के तहत कार्य करता है | Ed मुख्य रूप से अदर कंट्री (Others Country ) से आने वाले आई की जांच करती है |
Ed में जो अधिकारी काम करते हैं, वह IAS और IPS के अंतर्गत आते हैं | ये एक ऐसी खुफिया एजेंसी होती है |फाइनेंशियल संबंधित अपराधों पर पूर्ण रूप से नजर बनाए रखने का काम करते हैं |और साथ में मनी लांड्रिंग मामले की जांच करती है |
2. Ed का स्थापना कब हुआ ?
Ed की स्थापना 1 में 1956 को हुआ था जब फॉरेक्स रेगुलेट एक्ट 1947 यानी की फेर के अंतर्गत एक्सचेंज कंट्रोल विद्रोह के उल्लंघन को रोकने के लिए आर्थिक कार्य विभाग परिवर्तन इकाई गठित किया गया था | वर्तमान समय में Ed फेरा 1973 फेम 1999 के अंतर्गत काम करता है |
वर्तमान समय में Ed के पांच मुख्य कार्यालय मुंबई ,चेन्नई ,चंडीगढ़, कोलकाता, और दिल्ली में स्थित है |
3. Ed के अधिकार क्या-क्या होते हैं ?
Ed फॉरेन एक्सचेंज 1973 के अंतर्गत काम करता है, इस अधिनियम को फेर के नाम से जाना जाता है लेकिन 1 जून 2000 को फेमा लागू कर दिया गया | वर्तमान समय में ED फेर 1973 और फेम 1999 के अंतर्गत कार्यवाही करता है |
मनी लांड्रिंग कि आप में पाए गए लोगों के खिलाफ जपती गिरफ्तारी और खोज करने की अधिकार भी एड के पास है | फाइनेंशियल रूप से देश में गैरकानूनी तरीके से हो रहे कार्य को लेकर उसे पर कार्रवाई कर सकता है |
4. Ed क्या काम करता है |
अगर कोई व्यक्ति पीएमएलए के अंतर्गत PHEMA का उल्लंघन करता है | तो उसके खिलाफ जांच करने का अधिकार और अरेस्ट करने का अधिकार दिया जाता है | अगर कोई व्यक्ति
- prevational of money laundering act 2002 PML !
2. Foreign exchange management act 1999 fema !
जो भी व्यक्ति इन दोनों टर्म कंडीशन का खिलाफ उल्लंघन करता है |तो जांच करने का अधिकार और अरेस्ट करने का अधिकार Ed को दिया जाता है |
5. भारत में भ्रष्टाचार को कम करने के लिए एड का क्या योगदान रहता है ?
भारत में भ्रष्टाचार को कम करने में ED की बहुत भारी भूमिका है | ये एजेंसी अपने कर्तव्य का सही तरीके से पालन करती है | जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग और काले धन से जुड़े गंभीर मामलों के इंवॉल्व दोषियों के विरोध निष्पक्ष जांच करके कानून के अनुसार दंड दिलाता है |
Ed वह एजेंसी है, जिसके डर से लोग गैर कानूनी ढंग से पैसा कमाने से डरते हैं | अगर यह एजेंसी भारत में ना हो तो हर कोई व्यक्ति गैर कानून ढंग से पेसे बनाने लगेंगे |
6.Ed केसे काम करता है ?
Ed पहले फेर 1973 के उल्लंघनों से संबंधित मामलों की जांच करता था | Ed गैर कानूनी गतिविधियों को हटाने pmla की तहत कथित अपराधियों के हस्तांतरण से संबंध राज्यों से संबंधित सहायता प्रदान करता है | Ed विदेश में कोई भी संपत्ति खरीदने पर ed उसे संपत्ति को जांच करता है |
7. Ed का उद्देश्य क्या होता है ?
भारत में जितने भी एजेंसियों का गठन किया गया है | उसका कोई ना कोई उद्देश्य है |इसी तरह ed का भी एक विशेष उद्देश्य है जैसे की | फेमा 1999,PMLA 2000 दो प्रमुख भारतीय सरकारी कानून को लागू करना | Ed के आधिकारिक वेबसाइट कुछ अन्य लक्ष्य को लिस्टिंग करती है विशेष रूप से भारत में |
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