Share Market में फायदा कब और कैसे होता है ?

Share Market में फायदा कब और कैसे होता है ?

कुछ समय पहले एक मूवी आई थी scam 1992 ये स्टोरी हर्षद मेहता की थी, उसे स्टोरी में हर्षद मेहता का वो डायलॉग  था मार्केट पूरे इंडिया का प्यास बुझ सकती है | ये चर्चा हम क्यों कर रहे हैं ,क्योंकि भारत का शेयर मार्केट अब विश्व का चौथा शेयर मार्केट बन गया है |

इंडिया ने हांगकांग के शेयर मार्केट को पीछे छोड़कर अपने जगह बना ली Bloomberg नई रिपोर्ट के अनुसार ये कैलकुलेशन की गया है । आज हम आसान भाषा में जानेंगे कि |

  • शेयर मार्केट क्या होता है |
  • इसमें पैसा लगाकर प्रॉफिट कैसे कमाया जाता है |
  • Bloomberg का नया रिपोर्ट  क्या-क्या सामने आया है |

शेयर बाजार वह मार्केट होता है, जो आप किसी कंपनी की हिस्सेदारी खरीद सकते हैं | इसे आप उदाहरण से जल्दी समझ सकेंगे , मान लीजिए आप कुछ सामान बनाएं ,उसे समान आपका बड़ी टेस्टी बन गई ,आपने सोचा कि इसको बेचकर कुछ पैसा कमाया जाए ,तो आपने उस  सामान को बेचने के लिए एक दुकान लगा दिया, उस दुकान में आपका सामान तुरंत बिक गया |

समान बिकने से आपके पास जो पैसा आया | आपने सोच लिया क्यों ना इससे और थोड़ा बड़ा दुकान खोल लिया जाए। तो आपने उसे छोटे से दुकान को और थोड़ा बड़ा कर लिया और वह दुकान भी आपका चलने लगा |

आपके मन में ख्याल आया होगा दूसरी वाली दुकान भी मेरी चलने लगा | क्यों ना हम इसे और बड़ा दुकान खोल लेते हैं, लेकिन आपके पास पैसा कम हो गया दुकान खोलने में तो ज्यादा पैसा लगता है |

आपकी मम्मी पापा तो दे नहीं सकेंगे  | न ही आपके दोस्त दे सकेंगे और दूसरा रास्ता ये है कि आप बैंक से पैसा ले सकते हैं लेकिन इन बैंक वाले तो आपसे व्याज लेंगे ?

ऐसे में आप जाते हैं, शेयर मार्केट में और अपने दुकान के बारे में बताते हैं ,कि हम इस छोटे दुकान से इतना पैसा कमाए हैं ,उसको और आगे बढ़ाने चाहते हैं |अगर आपको इस मेरे छोटे दुकान में इंटरेस्ट लग रहा है तो आप मेरे दुकान में हिस्सेदारी ले सकते हैं |अगर मेरी दुकान की कमाई होगी तो आपकी भी कमाई होगी  | अगर मेरी दुकान की कमाई नहीं होगी तो आपकी भी नहीं होगी इसी को तो हम कहते हैं शेयर मार्केट |

 

कैसे आप अपने कंपनी को शेयर बाजार में उतार सकते हैं |

अपनी कंपनी की पब्लिक लिस्टिंग करनी होती है ,यानी शेर एक्सचेंज पर कंपनी को रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है | अगर आप पहली बार ऐसा करने जा रहे हैं तो अपने कंपनी का IPO initial public offering लॉन्च करना पड़ता है |

 

IPo होता क्या है |

IPO का मतलब ये होता है , कि आपकी कंपनी का Shear कितना होता है ,वह IPO तय करता है | IPO लाने के लिए आपको एक एक्सपर्ट की जरूरत होती है, जिनको अंडरराइटर या इन्वेस्टमेंट बैंकर कहा जाता है | यह आपकी कंपनी की पुरानी हिस्ट्री प्रोफाइल सब तैयार करते हैं |

IPO में जितने हिस्सेदारी बेची जाएगी उसका क्या भाव रखा जाएगा, अगर कोई कंपनी IPO  लाने का निर्णय करती है, तो उसको मार्केट रेगुलेट SEBI नियमों का पालन करना पड़ता है | SEBI (securities and exchange board of India ) इन सब नियमों पर खडा उतरने के लिए कंपनी एक मर्चेंट बैंक का नियुक्त करती है |

ये 🏦 बैंक SEBI मैं रजिस्टर होता है ,और वही IPO से जुड़े सारे कंप्लेंट यानी पूरे नियम कानून करके आईपीओ के लिए आवेदन करता है | SEBI दरअसल एक भारतीय रिजर्व बैंक का अंग है ,ये भारतीय धारकों की रक्षा करती है |

SEBI से अप्रूवल मिलने के बाद ,IPO हो जाता है लॉन्च, जो भी कंपनी अपना IPO लॉन्च कर चुकी होती है, उसके नाम के आगे public limited लिखा होता है | 

Share Market क्या है।

बेसिकली शेयर मार्केट दो प्रकार के होते हैं, एक वह होते हैं शेयर मार्केट जो इन्वेस्ट करना चाहता है | और एक वह होते हैं जो इन्वेस्ट लगाना चाहता है आप इसको इस प्रकार समझ सकते हैं | मैं व्यापार करता हूं ,मैं इस व्यापार को बढ़ाने के लिए मुझे एक करोड़ की जरूरत है, उसे एक करोड़ रूपया को आप दो तरीके से अपने कंपनी में ला सकते हैं |

1.आप किसी बैंक से या किसी व्यक्ति से आप लोन ले सकते हैं, और आपको ये पैसे बैंक वाले या दूसरे पर्सन को ब्याज देना पड़ता है |

2.नहीं तो आप अपनी कंपनी की हिस्सेदारी 20% 25% बेच सकते हैं, जो भी प्रॉफिट होगा अगर आपने कंपनी में एक करोड़ लगाए थे उसमें आपको 5 करोड़ प्रॉफिट हुआ अगर 20% के हिस्सेदारी की है ,तो आपको एक करोड़ देना पड़गा |

 

 

शेयर मार्केट में घाटा लग जाए तो क्या होगा ?

शेयर मार्केट में अगर आपको घाटा लग जाए तो, जो कंपनी में आप हिस्सेदारी बेचे थे ,उसकी हिस्सेदारी नहीं देना पड़ेगा | लेकिन आप जो बैंक से एक करोड़ रुपया लिए थे ,उसकी ब्याज तो देना पड़ेगा | ( सिर्फ जो हिस्सेदारी बेचे थे उसका नहीं देना पड़ता है | )

 

Share Market शुरुआत कब हुई |

शेयर मार्केट की शुरुआत 16 वीं सदी में हुई ,इसकी शुरुआत  ईस्ट इंडिया कंपनी ने की थी, ये सबसे पहले नीदरलैंड में की गई थी |

 

भारत में शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे हुई |

भारत में मुंबई स्टॉक के माध्यम से शेयर मार्केट की शुरुआत हुई, भारत में सबसे पहले प्रेमचंद नाम के व्यक्ति ने शुरुआत की थी ,भारत में पहले कागज से शेयर मार्केट 1993 तक चला |उसके बाद 2024 तक आने से पूरा कंप्यूटराइज कर दिया गया ,अब आप शेयर मार्केट मोबाइल से भी लगा सकते हैं |

आप कैसे किसी कंपनी की शेयर खरीद सकते हैं |

इसके लिए आपको तीन चीजों की जरूरत

  • Bank account
  • Trading account
  • Demat account

ये तीनों अकाउंट आपके पास है ,तो आप रेडी (Redy)  हैं, शेयर मार्केट में कूदने के लिए |

 

Bloomberg का नया रिपोर्ट क्या-क्या सामने आया है |

Bloomberg रिपोर्ट में ये बताया गया है , कि हांगकांग को पीछे छोड़कर इंडिया अब चार नंबर पर आ गए हैं | मार्केट केपीटलाइज के आधार पर |

frist position on country 

  1. अमेरिका
  2. चीन
  3. जापान
  4. भारत

 

 

Market capitalise क्या होता है।

मार्केट कैपिलरीज उसको हम कहते हैं ,जो आप शेयर में पैसा लगाते हैं ,टोटल पैसा और जो कंपनी में भाव है, उसी को हम लोग मार्केट केपीटलाइज कहते हैं|  जैसे की आपने इतना पैसा 10000000 शेयर मार्केट में लगाया, और अभी कंपनी का भाव rs10 है ,तो आपका 100000000 टोटल इतना पैसा बन जाएगा ,इसी को हम लोग मार्केट के कैपिटलाइज कहते हैं ।

formula :- total shear price x company price = total amount 

10000×100= 1000000 Ans

 

Also Read:- 

1.Online seller कैसे बने 2024 मै ?

2. Parle-G अपना दाम क्यों नहीं बढ़ाता इतना पैसा कैसे कमा लेता है ?

Leave a Comment