भारत रेलवे में तीन बड़े ट्रेन हादसा जो देखकर पैरों तले जमीन खिसक जाएंगे ?

भारत रेलवे में तीन बड़े ट्रेन हादसा जो देखकर पैरों तले जमीन खिसक जाएंगे ?

भारत रेलवे लाइफ लाइन के भी नाम से जाना जाता है भारत रेलवे में करीब 2.50 करोड़ लोग हर दिन यात्रा करते हैं। जहां रेल मंत्री बड़े ट्रेन ऑन का चलाने का दावा करते हैं |

वहां छोटी ट्रेन की एक्सीडेंट पर एक्सीडेंट हो रही है ऐसे में आपके मन में ख्याल आता होगा पहले छोटी ट्रेन का रोकथाम कर ले उसके बाद बड़े ट्रेनों का संचालन करें आईए जानते हैं इस साल सबसे बड़ी रेल घटना के बारे में | जून से अक्टूबर तक हुए चार अन्य बड़े ट्रेन हादसा

2 जून उड़ीसा में ट्रेन हादसा

2 जून को उड़ीसा के बालासोर में इतना भयानक हादसा हुआ उसे हादसे में 293 लोगों की जान चली गई जबकि लगभग 900 लोग घायल हुए इस दुर्घटना में एक मालगाड़ी और दो यात्री गाड़ियां शामिल थे दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस एसएमवीटी हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 17 डब्बे पटरी से उतर गए

यह रेल दुर्घटना पिछले 15 साल में देश का सबसे खराब रेल दुर्घटनाओं में से एक है,ट्रेन संख्या 12841 शालीमार चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 12864 हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 2 जून को शाम लगभग 6:55 मिनट पास यह घटना हुई थी |

10 अक्टूबर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसा (North east Express)

नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गई जिसमें Ac 3 टायर एसी के डब्बे दो गया पलट गई जिसमें 4 यात्रियों की मौत हो गई और 100 यात्री घायल हो गए यह घटना दानापुर बक्सर रेल मंडल के रघुनाथपुर रेलवे  के करीब हुआ था यह घटना रात के 9:45 में ट्रेन नंबर 12526 डाउनलोड ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी

Also Read :- Google pixel 8 ,7और 6 खरीदने जा रही है तो ये बात जरूर जान ले वरना पड़ेगा महंगा ?

 

25 अक्टूबर ट्रेन हादसा

25 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में आगरा के अंदर पातालकोट  एक्सप्रेस उसके अंदर तीन जनरल कोच पूरी तरह से जल गए इस ट्रेन हादसा में कुल 13 लोग घायल हुए आग लगने के बाद कई यात्राओं ने खुद कर अपनी जान बचा 3 महीने के अंदर तीन ट्रेन हादसा हो चुका है साथ में और एक बड़ी खबर

मथुरा ट्रेन हादसा

मथुरा ट्रेन हादसा में ही ट्रेन प्लेटफार्म पर चढ़ गया इस ट्रेन हादसा में कोई लोग की जान की नुकसान तो नहीं हुआ बल्कि ड्राइवर के मिस्टेक के कारण यह ट्रेन हादसा हुआ था |

 

train accdent
                                                    image surce abp

 

आंध्र प्रदेश ट्रेन हादसा

इस हादसा में 9 लोगों की जान चली गई और 100 से ज्यादा घायल हो गए यह ट्रेन हादसा दो लोकल ट्रेन के बीच हुआ था एक ट्रेन खड़ी थी और सिग्नल को मिस करते हुए पीछे से ट्रेन ठोक दी |

यह ट्रेन हादसा विजयनगरम के आसपास हुआ था जब रीजन खोजने निकले तो जवाब आया इंसानी मिस्टेक थी (Humman Error )इसका मतलब यह होता है कि वहां पर इंसान नहीं था

या इंसान था जो अपने ड्यूटी को सही से नहीं किया दुर्घटना होने के बाद में जो भी कारण होता है उनको अच्छी तरह से जांचा जाता है |

रेलवे में हुमन एरर (Humman  Error )कैसे जांचा जाता है |

Humman Error  रेलवे में इस प्रकार जांच करता है कि अगर आप लोको पायलट हैं तो गाड़ी को रेड सिग्नल में पर किए हैं क्या अगर आप स्टेशन मास्टर हैं तो सिग्नल ठीक तरह से दिए थे या नहीं दिए थे इसकी जांच अच्छी तरह से रेलवे करती है

अक्सर रेलवे कर्मचारियों से आप मिलते हैं तो उनकी सबसे common  परेशानी होती हैं उनको बहुत ओवर टाइम करना पड़ता है |

लेकिन रेलवे की कर्मचारियों को आप सुनते हुए पाएंगे कि उनके morning  शिफ्ट थी और अगले दिन Night  शिफ्ट थी फिर अगले दिन दो बार मॉर्निंग में कंटिन्यू शिफ्ट थी क्योंकि रेलवे पूरा राउंड द क्लॉक चलती है train ,24 Hour चलती है ट्रेन कभी रुकती नहीं है इसलिए जो रेस्ट एरिया होता है, बहुत बड़ा मानवीय चिंता का कारण है |

यही कारण है कि रेलवे में लोगों को बहुत ज्यादा जरूरत रहती हैं ताकि हर समय के लिए व्यक्ति उपलब्ध रहे हैं ,अभी तक जितने भी ट्रेन हादसा हुआ है सब में स्टाफ स्टाफ देखने को मिला है अब आप सोच रहे होंगे क्या रेलवे में स्टाफ की कमी है |

रेलवे में 2.5 लाख पद खाली हैं इसका मतलब यह होता है कि रेलवे में स्टाफ की कमी के कारण यह रेल हादसा होता है |

रेलवे में कौन-कौन सी पद खाली हैं ?

स्टेशन मास्टर की टेक्नीशियन की और जूनियर इंजीनियर की पद खाली जरा आप खुद सोच कर देखिए जो ट्रेन को संचालित करता है उसी का पद खाली रहेगा तो ट्रेन हादसा घटेगा या बढ़ेगा वैसे ही बात है की ट्रेन हादसा होते ही रहेगा |

ट्रेन हादसा का मुख्य कारण क्या होता है |

रेलवे की संचालन में जिनका महत्वपूर्ण योगदान है वह स्टाफ जो कार्य को संपादित करता है अगर उनकी संख्या में कमी है तो वह कमी पूरी कैसे हो रही है  train तो रोज चलती है |

Train  की घोषणाएं भी लगातार हो रही है और नई ट्रेन भी चलाए जा रहे हैं जो लोग नहीं है तो कर कौन रहा है ये काम ?

यह पे एक सवाल उठता है कि भारत रेलवे अपने स्टेफ से ज्यादा काम करवाते हैं। हालांकि भारत रेलवे काम करने का पैसा भी देते हैं रेलवे में जो स्टेफन की कमी है उनको पूर्ति करें तब रेल दुर्घटना काम हो सकेगा है |

FAQ TRAIN

 Q ट्रेन का पूरा नाम क्या है ?

ANS:-Tourist Railway Association Inc

Q बुलेट ट्रेन को हिंदी में क्या कहते हैं ?

ANS:-लोह पथ गामिनी (Sanskrit Languge )

Q ट्रेन का पिता कौन है? (fathers of train )

ANS:-लॉर्ड डलहौजी

Q ट्रेन का ड्राइवर का नाम क्या है ?

ANS:- लोको पायलट

Q ट्रेन कब बनी थी ?

ANS:- 16 अप्रैल, 1853

Q बुलेट ट्रेन 1 घंटे में कितनी चलती है ?

ANS:-320 किलोमीटर प्रति घंटा

Q भारत में बुलेट ट्रेन कब बनेगा ?

ANS:-AUG 2026

Q भारत में कितने रेलवे जंक्शन हैं ?

ANS:-7349 Tottel Station

Q भारत में ट्रेन की शुरुआत किसने की थी ?

ANS:-लॉर्ड डलहौजी 1848

Q पहली महिला ट्रेन ड्राइवर कौन थी ?

ANS:- सुरेख यादव (1988)

Also Read:-
5 लाख लेकर माइक फेंक कर क्यों भागी,स्टेज से अक्षरा सिंह जानिए पर्दे के पीछे का राज ?

 

Leave a Comment