यह घास का गांव घरों में मोथा घास खाते हैं । इसकी लंबाई लगभग 1-1.5 फुट होता है।
यह घास का गांव घरों में मोथा घास खाते हैं । इसकी लंबाई लगभग 1-1.5 फुट होता है।
इस घास का फूल भगवान शिव जी पर चढ़ाया जाता है|
इस घास का फूल भगवान शिव जी पर चढ़ाया जाता है|
यह घास का जड़ मुख्यता बीमारी के काम में आता है ।
यह घास का जड़ मुख्यता बीमारी के काम में आता है ।
माथा घास का जड़ कान दर्द सर दर्द और पेट दर्द के काम में आता है।
माथा घास का जड़ कान दर्द सर दर्द और पेट दर्द के काम में आता है।
इस घास को सावा घास कहते हैं। इस घास को खाने से गाय ज्यादा दूध देती है।
इस घास को सावा घास कहते हैं। इस घास को खाने से गाय ज्यादा दूध देती है।
इस प्राकृतिक पौधे को शरणछी साघ के नाम से जाना जाता है।
इस प्राकृतिक पौधे को शरणछी साघ के नाम से जाना जाता है।
इस प्राकृतिक पौधे को शरणछी साघ के नाम से जाना जाता है।
इस प्राकृतिक पौधे को शरणछी साघ के नाम से जाना जाता है।
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