देश में डिजिटल पेमेंट की हर महीने में बढ़ोतरी हो रही है ,पेमेंट करने Net banking upi transaction सिंगल क्लिक करने पर पेमेंट की सुविधा मिल रही है ट्रांजैक्शन करने के लिए अक्सर यूजर्स को OTP की जरूरत पड़ती है, मगर अब RBI ने OTP की जगह और कोई सेफ्टी मेथड लाने के लिए विचार कर रहे हैं | ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए RBI क्या कदम उठाएंगे ?
RBI क्या बदलाव करने जा रहें है |
डिजिटल ट्रांजेक्शन में किसी तरह की गड़बड़ी फ्रॉड से यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए RBI एक ऑथेंटिक पर काम कर रहा है | जब आप नेट बैंकिंग used करते थे तब आपको otp की जरूरत होती थी, लेकिन RBI ने अब OTP को हटाकर कुछ और लाने जा रहा है |
RBI का क्या है बड़ा कदम ?
अब तक जो पेमेंट SMSके थ्रू कंप्लीट होती थी | उसे लेकर RBI जल्दी नया सेफ्टी मेथड लाने के लिए तैयारी में लग चुका है | हम इस प्लान के मध्य नजर आरबीआई ने बैंकों से ओटीपी के विकल्प पर विचार करने को कहा है |
इस पर बैंकर का मानना है ,कि OTP एक सेंसेटिव इनफॉरमेशन है ,जो आसानी से पासवर्ड बताने या फिर सिम swip करने के जरिए हासिल किया जा सकता है | सोचने वाली बात ये है कि अगर OTP नहीं है, तो ऑनलाइन पेमेंट कैसे हो सकती है | क्या यूजर्स नेट बैंकिंग नहीं कर पाएंगे ऐसा बिल्कुल नहीं है |
OTP के जगह RBI क्या क्या ला सकता l
OTP के तौर पर ऑथेंटिकेट app का लाया जा सकता हैं | इस ऐप के जरिए यूजर्स आपने mobile किसी दूसरे एप्लीकेशन से पासवर्ड हासिल करेंगे इसके अलावा सर्विस प्रोवाइडर टोकन जैसे ऑप्शंस डेवलप किए हैं | जिन्हें आगे चलकर ओटीपी के जगह used किया जा सकता है |
अब तक सर्विस प्रोवाइडर की ओर से हर महीने करीब 400 करोड़ भेजे जाते है | ये आंकड़ा इतना बड़ा है |इसलिए OTP के सिस्टम को बेहतर करने की जरूरत है | क्योंकि इससे धोखाधड़ी की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है |
OTP की सिस्टम में कब बदलाव होगा |
अब देखना होगा RBI OTP के मेथड हटाकर कोई और रास्ता अपना आएगी जिससे आने वाले इस समय में ऑनलाइन पेमेंट करने वाले यूजर्स को धोखाधड़ी जैसे चिताओं का सामना नहीं करना पड़ेगा |
लिए जान लेते हैं RBI से जुड़े रोचक तथ्य !
भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को की गई थी |आरबीआई का हेड क्वार्टर यानी की केंद्र कार्यालय वह कार्यालय जहां गवर्नर बैठते हैं जहां नीतियां निर्धारित की जाती है | यह सरकारों का बंकर है सभी बैंकों का खाता रखता है ,इसलिए बैंकों का बैंक कहा जाता है आरबीआई को | अगर गवर्नमेंट डिसाइड करती है कि नई करेंसी आएगी |
भारत में पैसा जारी कौन करता है |
आरबीआई ई नोट जारी करता है, और इन्हें रेगुलेट भी करता है सरकार नोट छापने के लिए सोना या संपत्ति आरबीआई के पास जमा करती है तब आरबीआई उसके मूल्य के बराबर नोट छपता है | हर नोट पर गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं नए नोट सबसे पहले आरबीआई में पहुंचते हैं उसके बाद बैंक के शाखों में पहुंचते हैं |
Repo rate कोन तय करता है !
RBI समय-समय पर महंगाई और ब्याज दरों की समीक्षा करता है ,आरबीआई रेपो रेट तय करती है, जिस पर बैंक को कर्ज दिया जाता है, इसके बाद बैंक ग्रह को के लिए ब्याज तय करता है | यानी आप इसको ऐसे समझिए जो आप और CAR LOAN HOME LOAN लेते हैं ,उसकी चाबी आरबीआई वालों के पास है |